Surah Al Falaq

 बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम 

  1. कुल आ'ओज़ू बी रब्बिल-फ़लाक़
  2. मेरा शरीर माँ की तरह है
  3. एक मिनट में शैरी घासिकिन इसा वकाब
  4. और मैं शरीन-नफ़्फ़ा-सती फ़िल 'उक़द करता हूँ
  5. वा मिन शैरी हासिडिन इज़ा 

  6.    कहो, मैं भोर के रब की शरण चाहता हूं
    2. रची हुई वस्तुओं की उपद्रव से;
    3. अंधकार के फैलने से उसके उत्पात से;
    4. गुप्त कलाओं का अभ्यास करनेवालों की शरारत से;
    5. और ईर्ष्यालु की बुराई से, क्योंकि वह डाह करता है।

Comments

Popular posts from this blog

Surah Al Zilzal

Surah Al-Asr